Pages

Sunday, 15 January 2012


तडप बाने को दिल की सताये जाते है,
वो आये जाते है ऐ दिल वो आये जाते है,,

नजर मिलाना गुनाह हो गया मेरा अब वो,
नजर कि राह से दिल मै समाये जाते है,,

हमारी बाहो मै तुम को अगर नही आना,
नजर के तीर क्यो हम पर चलाये जाते है,,

ग्ज्ल को सुन के वो शमाए और यू बोले,
ये सब्ज बाग हमे क्यो दिखाये जाते है,,

ये काली काली घटाओ से आप के गैसू,
तुम्हारा चॉद सा चेहरा छुपाये जाते है,,

हर एक शाम तेरी याद ए गम भूलाने को,
कभी चराग कभी दिल जलाये जाते है,,

मै उस के बारे मै  "फरीद’’ और क्या बोलू,
कभी हसॉये कभी हम रुलाये जाते है ...

No comments: